नौ वर्ष, नौ योजनाएँ जिसने भारत की छवि बदली।
मुझे भाजपा की एक योजना जो सबसे वृहद प्रभाव छोड़ने वाली लगी वह है ‘डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर’। हाँ, इसके पीछे आधार और जनधन खाते हैं, जिसके कारण यह संभव हुआ है।
दूसरी योजना ‘भीम’ और यूपीआई वाली है। मैं चीन गया था तो आश्चर्यचकित था कि कैसे एक एप्प ‘वीचैट’ से वो लोग सार्वजनिक सायकिल लेने से ले कर, ठेले से नूडल्स, मॉल से ले कर एप्प में ही एक-दूसरे को पैसे भेज देते थे। साल भर बाद भारत में इसका प्रसार जब देखा, तो वह चीन से उत्कृष्ट इम्प्लीमेंटेशन के साथ दिखा।
ग्रामीण लोगों के लिए पेयजल, शौचालय, आवास, एलइडी, सिलिंडर, सड़क आदि की गुँथी हुई योजनाओं ने ग्रामीण जीवन को कई सीढ़ी एलिवेट किया है। शहरी जीवन जीने वाले इन सुविधाओं की महत्ता समझ ही नहीं सकते।
चौथी योजना, जो भारतीय औद्योगिक क्षेत्र से ले कर सामान्य मानव के जीवन को सकारात्मक रूप में प्रभावित करता दिखा वह है ‘विद्युतीकरण योजना’। दिन में दो घंटे की बिजली का दौर हमने देखा है, लैम्प के शीशे की कालिख, संध्या लगाने के बाद दवाई की शीशियों में कैरोसीन तेल और ढक्कन में कपड़े की बत्ती वाले दीये/ढिबरी में हमने पढ़ाई की है।
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पाँचवी योजना है ढाँचागत विकास जो किसी भी अर्थव्यवस्था के लिए आधारभूत आवश्यकता है। यह हर भाजपा सरकार की प्राथमिकता रहती है। गडकरी जी की सोच और उसका धरातलीकरण न केवल हमारी यात्रा के समय को कई घंटों से कम कर रहा है, बल्कि मालवाहक गाड़ियों के लम्बे जाम के कारण वस्तुओं की मूल्य वृद्धि जैसी अनियमितताओं में भी कमी आई है।
छठी योजना जिसने सामान्य जनजीवन पर प्रत्यक्ष प्रभाव छोड़ा है वह है मेडिकल एवम् तकनीकी कॉलेजों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि। हालाँकि, शिक्षा और शोध में और भी बजट देने की आवश्यकता है पर, आधार यदि सबल हो, तो बाद में निवेश किया जा सकता है।
सातवीं बात जो मुझे राष्ट्रीय और आंतरिक सुरक्षा की दृष्टि से इस सरकार की उपलब्धि लगती है वह है रेड कॉरिडोर को सीमित करना, नक्सिलयों की नकेल कसना और आतंकी हमलों को एक सीमा तक नगण्य कर देना। यदि कोई आक्रमण करता है, तो उसका यथासंभव उत्तर देना जो आनुपातिक न हो।
आठवीं उपलब्धि है संचार क्रांति और सूचना का लोकतांत्रीकरण। डेटा की पहुँच में विस्तार और मूल्य विश्व में न्यूनतम, इस राष्ट्र की एक बड़ी जनसंख्या को वास्तव में सोचने और बोलने वाली, जागरुक जनसंख्या में बदल चुका है। सरकार ने भी अपने सारे मंत्रालयों, मंत्रियों, जिला स्तर तक के विभागों को सोशल मीडिया से जोड़ा जो (लगभग) त्वरित कार्रवाई करते हैं। इससे निजी कम्पनियों पर भी उत्कृष्ट सेवा का दवाब बना है।
नवीं बात है रेलवे का आधुनिकीकरण और हवाई यात्रा का विस्तार। भविष्य और वर्तमान की खाई को पाटतीं ये दोनों ही विकास की सीढियाँ हमारी वैयक्तिक आर्थिक क्षमता को भारत की राष्ट्रीय आर्थिक क्षमता के समानांतर खड़ी करती हैं।
सरकार की कई नीतियों का प्रभाव आने वाले समय में अधिक दिखेगा। कमियाँ भी कम नहीं हैं, पर उनका प्रभाव सकारात्मक नीतियों के आगे कम हो जाता है।
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