Thursday, October 7, 2021

IPO में निवेश से पहले रखें इन जरूरी बातों का ध्यान, अक्टूबर में मिलेंगे इंवेस्टमेंट के कई मौके !



IPO में निवेश से पहले रखें इन जरूरी बातों का ध्यान, अक्टूबर में मिलेंगे इंवेस्टमेंट के कई मौके!
अक्टूबर में करीब 10 कंपनियां अपना IPO लाने वाली हैं. लेकिन IPO में निवेश हर बार मुनाफे का सौदा नहीं होता, बल्कि कई बार ये निवेश घाटा भी दे सकता है, ऐसे में IPO में निवेश से पहले इन 5 बातों का ध्यान में रखना बहुत जरूरी है.

रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस यानी DRHP के बारे जानें
कंपनी के एक-एक फंडामेंटल्स पर ध्यान दें
विशेषज्ञों की राय, एंकर निवेशकों की जानकारी लें
बीते दो साल से भारत के प्राइमरी मार्केट में IPO का बोलबाला है. साल 2021 में करीब 40 कंपनियां बाजार में अपना IPO लेकर आ चुकी हैं. वहीं लगभग 30-35 कंपनियां बचे हुए 3 महीनों में IPO लेकर आने वाली हैं, जिसमें से कई IPO तो इसी महीने आने वाले हैं.

आम तौर पर अधिकतर निवेशक IPO में पैसा लगाकर लिस्टिंग वाले दिन मोटी कमाई करके निकल जाते हैं. कई लोगों के लिए IPO बाजार जल्द डबल मुनाफा कमाने का एक आसान जरिया बन गया है. यही कारण है कि पिछले दो साल में अब तक पूरे देश में 8 करोड़ से ज्यादा लोग शेयर बाजार में निवेश से जुड़े हैं.

कई IPO की अच्छी लिस्टिंग की वजह से हर कोई IPO बाजार की ओर आकर्षित हो रहा है. लेकिन IPO में निवेश हर बार मुनाफे का सौदा नहीं होता, बल्कि कई बार इसमें किया निवेश घाटा भी दे सकता है, ऐसे में IPO में निवेश से पहले कुछ अहम बातों को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है..




1. कंपनी के मैनेजमेंट और प्रमोटर्स की जानकारी

किसी भी IPO में पैसा लगाने से पहले कंपनी के मैनेजमेंट के बारे जरूर पढ़ लें. निवेशकों के लिए ये जानना बहुत जरूरी है कि आने वाले IPO की कंपनी को कौन चला रहा है और मैनेजमेंट में कौन-कौन है. कंपनी के प्रमोटर्स की हिस्सेदारी से ये साफ पता चलता है कि कंपनी का बिजनेस और रेवेन्यू पिछले कुछ सालों में कैसा रहा है. किसी भी कंपनी को आगे बढ़ाने में प्रमोटर्स और मैनेजमेंट का सबसे अहम रोल होता है. प्रमोटर्स की ज्यादा हिस्सेदारी हमेशा छोटे निवेशकों के लिए फायदेमंद होती है. इसलिए कंपनी किनके हाथों में है ये जानना बहुत जरूरी है.

2. रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के बारे जाने

कोई भी कंपनी जब IPO ला रही होती है या शेयर बेचकर फंड जुटाना चाहती है तो कंपनी मार्केट रेग्युलेटर सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DHRP) दाखिल करती है. सेबी को दिए DHRP से पता चलता है कि कंपनी IPO के जरिए जुटाए गए रकम का इस्तेमाल कहां करेगी. साथ ही, कंपनी में निवेश से क्या जोखिम हो सकता है. इन सभी बातों का पता DHRP के जरिए पता लगता है कि इंडस्ट्री में कंपनी की क्या पोजिशन है और कंपनी कितनी मजबूत है. किसी भी IPO में पैसा लगाने से पहले DHRP में दी गई पूरी जानकारी जरूर जाननी चाहिए.

3. IPO के जरिए जुटाए गए रकम का कहां होगा इस्तेमाल

कोई भी कंपनी IPO के जरिए रकम जुटाने से पहले ये जरूर बताती है कि वो इसका इस्तेमाल कहां करेगी. जैसे कि, कर्ज चुकाने के लिए, किसी नए बिजनेस एक्सपेंशन प्लान के लिए या फिर किसी अन्य कॉरपोरेट कार्यों के लिए. कंपनी जुटाई गई रकम का इस्तेमाल किस तरह करेगी, इसकी जानकारी से निवेशकों को IPO में पैसा लगाने में और आसानी होती है. ये जरूर जाने की कंपनी क्यों पैसा जुटा रही है और क्या कंपनी प्राइवेट इक्विटी फंड आंशिक या पूर्ण रूप से निकासी कर रही है.

AUM Capital के हेड ऑफ रिसर्च राजेश अग्रवाल का मानना है, ‘किसी भी IPO में पैसा लगाने से पहले ये देखना जरूरी होता है कि कंपनी कौन से सेक्टर जुड़ी हुई है, प्रमोटर्स पेडिग्री क्या है. साथ ही, कंपनी के बिजनेस प्रॉस्पेक्ट्स को ध्यान में रखना जरूरी है. इसके साथ ही, कंपनी मुनाफे में है या नहीं यह देखना अनिवार्य है. पिछले कुछ IPOs में हमने देखा कि घाटे में होने के बावजूद IPOs ओवरसब्सक्राइब्ड हुआ और लिस्टिंग शानदार हुई. लेकिन जो निवेशक मध्यम से लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं उन्हें ऐसी स्थिति में सावधान होकर निवेश करने की आवश्यकता है.“





4. कंपनी के फंडामेंटल्स पर ध्यान दें

किसी भी IPO में निवेश से पहले उस कंपनी के बिजनेस मॉडल को समझें. कंपनी का कारोबार क्या है? साथ ही, कंपनी से जुड़े सेक्टर की स्थिति बाजार में कैसी चल रही है, कंपनी का कारोबार पिछले 5 सालों में कैसा रहा है, कंपनी के ऊपर बहुत ज्यादा कर्ज तो नहीं, कंपनी के मुनाफे, आय में कैसी ग्रोथ हुई है, उसका वैल्यूएशन कैसा है, इन सब बातों को ध्यान में रखकर ही IPO में निवेश करना चाहिए.

लर्नआरकेबी.इन के राकेश बंसल का कहना है, ‘IPO में पैसा लगाने से पहले कंपनी का IPO लाने का मकसद क्या है, ये किस वैल्यूएशन पर आ रहा है ये ध्यान में रखना जरूरी है. साथ ही, कभी भी ग्रे-मार्केट प्रीमियम को देखकर IPO में निवेश न करें.’

5. विशेषज्ञों की राय और एंकर निवेशकों की जानकारी

कई रिसर्च कंपनियां IPO आने से पहले उस कंपनी पर अपनी रिचर्स रिपोर्ट तैयार करती है या जानकारी देती हैं. ताकि निवेशकों के लिए IPO में पैसा लगाना आसान हो सके और वो सही IPO को चुन सकें. एंकर निवेशक कई बार म्यूचुअल फंड, निजी इक्विटी, बैंक और संस्थान के जरिए IPO में निवेश करते हैं. एंकर निवेशकों को IPO से जुड़ी कंपनियों के बारे पूरी जानकारी होती है. क्वालिटी एंकर निवेशकों की IPO में एंट्री होने से छोटे और मझोले निवेशकों का भरोसा और बढ़ जाता है. हमेशा अच्छी क्वालिटी के एंकर या निवेशकों की राय को ध्यान में रखकर IPO में निवेश करें.

6. बाजार के सेंटिमेंट्स पर ध्यान रखें

इसके अलावा बाजार का सेंटिमेंट कैसा है इसका भी ध्यान रखना चाहिए. कई बार बाजार के खराब सेंटिमेंट की वजह से कंपनी तय प्राइस बैंड से नीचे के स्तर पर लिस्ट हो जाती हैं. ऐसे में जो छोटी अवधि के निवेशक हैं उनको घाटे का सौदा होता है. पिछले साल देश की दूसरी सबसे बड़ी क्रेडिट कार्ड कंपनी एसबीआई कार्ड ने IPO लिस्ट किया था. लेकिन कोविड के वजह से बाजार में नकारात्मक माहौल बन गया और निवेशकों को लिस्टिंग लाभ नहीं मिल पाया, हालांकि लंबी अवधि के निवेशक टिके रहे क्योंकि, एसबीआई कार्ड एक मजबूत कंपनी है और उन्हें इसका फायदा भी मिला. इसलिए कई बार कंपनी मजबूत होने के बावजूद बाजार के खराब सेंटिमेंट्स की वजह से लिस्टिंग खराब लिस्ट होती है. इसका मतलब ये कतई नहीं की कंपनी खराब है. बाजार सेंटिमेंट्स पर टिका होता है इसलिए उसे ध्यान में रखना महत्वपूर्ण हो जाता है.

7. अक्टूबर में मिलेंगे निवेश के कई मौके

फिलहाल शेयर बाजार में तेजी का माहौल है और लिक्विडिटी भरपूर होने की वजह से IPO को शानदार रिस्पॉन्स मिलने की संभावना है. इस महीने नायका, नॉर्दर्न आर्क कैपिटल, स्टार हेल्थ एंड अलाइड इंश्योरेंस, फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक, उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक, एमक्योर फॉर्मास्युटिकल्स और मोबिक्विक जैसी कंपनियां IPO लॉन्च करने की तैयारी में हैं.

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