प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन कहा कि कोरोना वायरस संकट मानव जाति के लिए अकल्पनीय है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से लड़ते हुए दुनिया को 4 महीने से ज्यादा का समय हो गया है. 2.75 से अधिक लोगों की इस वायरस के कारण दुखद मुत्यु हुई है. उन्होंने मृतक लोगों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं.
PM Modi ने कहा कि एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस कर दिया है. विश्वभर में करोड़ों जिंदगियां संकट का सामना कर रही हैं. सारी दुनिया जिंदगी बचाने की जंग में जुटी है.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को मुख्यमंत्रियों से अपने राज्यों में लॉकडाउन के बारे में अपने विचार 15 मई तक साझा करने को कहा था. उन्होंने मुख्यमंत्रियों से राज्यों से लॉकडाउन में धीरे-धीरे छूट देने से जुड़ी परेशानियों से निपटने के तौर-तरीकों की प्लानिंग साझा करने की भी बात कही थी.
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के अलग-अलग मामलों से अलग-अलग तरीके से निपटने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि देश के सामने संक्रमण (Covid-19) में कमी लाने और सभी गाइडलाइन का पालन करते हुए धीरे-धीरे कामों में तेजी लाने की दोतरफा चुनौती है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना संकट (Covid-19 Outbreak) ने दुनिया को बदल दिया है और इसके कारण हमें भी अपना काम करने का तरीका बदलना होगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व की आज की स्थिति हमें सिखाती है कि इसका मार्ग एक ही है और वह है "आत्मनिर्भर भारत".
उन्होंने कहा, 'एक राष्ट्र के रूप में आज हम एक बहुत ही अहम मोड़ पर खड़े हैं. इतनी बड़ी आपदा, भारत के लिए एक संकेत लेकर आई है, एक संदेश लेकर आई है, एक अवसर लेकर आई है.'
उन्होंने कहा कि जब कोरोना संकट शुरु हुआ, तब भारत में एक भी पीपीई (PPE) किट नहीं बनती थी. एन-95 मास्क का भारत में नाममात्र उत्पादन होता था. आज स्थिति ये है कि भारत में ही हर रोज 2 लाख PPE कीट और 2 लाख एन-95 मास्क बनाए जा रहे हैं.
20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान
उन्होंने कहा कि कल बुधवार से लगातार 10 दिनों तक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमणआत्मनिर्भर भारत अभियानके पैकेज के बारे में विस्तार से बताएंगी. उन्होंने कहा कि इस पैकेज के जरिए देश के विभिन्न वर्गों को, आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को, 20 लाख करोड़ रुपए का संबल मिलेगा.
20 लाख करोड़ रुपये का ये पैकेज, 2020 में देश की विकास यात्रा को आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा. इस पैकेज में लैंड (Land), लेबर (Labour), लिक्विडिटी (Liquidity) और लॉ (Laws) पर बल दिया गया है.
उन्होंने कहा कि ये आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, हमारे लघु-मंझोले उद्योग, हमारे MSME के लिए है, जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन है.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को मुख्यमंत्रियों से अपने राज्यों में लॉकडाउन के बारे में अपने विचार 15 मई तक साझा करने को कहा था. उन्होंने मुख्यमंत्रियों से राज्यों से लॉकडाउन में धीरे-धीरे छूट देने से जुड़ी परेशानियों से निपटने के तौर-तरीकों की प्लानिंग साझा करने की भी बात कही थी.
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